Off Grid Solar System क्या है? इसके फायदे, नुकसान, और कीमत

बढ़ती टेक्नोलॉजी और रहन-सहन के कारण बिजली की मांग में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही बिजली की कीमत समय के साथ बढ़ते ही जा रही है। ऐसे में सभी लोगों के पास एक ही समाधान है जिसका इस्तेमाल करके वह बिजली का भी इस्तेमाल कर सकते हैं और बिजली बिल से भी छुटकारा पा सकते हैं। यह समाधान है सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करके बिजली बनाना और इसे इस्तेमाल करना।

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सोलर पैनल के लाभ को देखते हुए सरकार के द्वारा भी कई सारी योजनाएं चलाई जा रही है, जिसके मदद से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आपको बता दे की सोलर सिस्टम तीन प्रकार के होते हैं। जैसे के On Grid Solar System, Off Grid Solar System, और Hybrid Solar System ऐसे में हम आपको इस लेख के जरिए इन्हीं में से एक प्रकार जिसका नाम है Off Grid Solar System के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। इस लेख में हम आपको इसके फायदे, नुकसान, कीमत आदि के बारे में भी बताएंगे। अगर आप भी Off Grid Solar System In Hindi के बारे में जानना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लेख को ध्यान से अंत तक पूरा पढ़ें।

यह भी जरूर पढ़िए: On Grid Solar System क्या होता है?

Off Grid Solar System क्या होता है?

यह एक प्रकार का सोलर सिस्टम है जिसमें सौर पैनल डीसी ऊर्जा (DC Current) उत्पन्न करते हैं। इसकी मदद से आप आसानी से डीसी उपकरणों को चला सकते हैं, जैसे कि फैन या बिजली के लाइट्स। इसके बिना, एसी उपकरणों को चलाने के लिए आपको बैटरी, इन्वर्टर और सोलर चार्ज कंट्रोलर की आवश्यकता होती है। लोग आमतौर पर ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम को पसंद करते हैं, क्योंकि इसके जरिए वे अपने डीसी उपकरणों को आसानी से चला सकते हैं। इसका आपके सिस्टम का आकार कितना बड़ा होता है, उसी के हिसाब से आपको ज्यादा समय तक बैकअप मिलता है।

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Off Grid Solar System काम कैसे करता है?

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम में, हम सोलर पैनल, सोलर इनवर्टर और बैटरी का उपयोग करते हैं। यह सिस्टम पूरी तरह से सोलर और बैटरी पर आधारित होता है। दिन के समय, सोलर पैनल से बनी बिजली को लोड को चलाने के लिए इनवर्टर के माध्यम से इस्तेमाल किया जाता है और बची हुई ऊर्जा का उपयोग करके बैटरी को चार्ज किया जाता है। इसके बाद, रात के समय में, हम बैटरी से बनी ऊर्जा का उपयोग करके बिजली का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम बिजली नहीं होने पर भी इनवर्टर और बैटरी की मदद से हमें बिजली प्रदान करता है। जितना बड़ा सिस्टम होगा, उतना ही ज्यादा समय तक बैकअप देगा। लेकिन अगर सोलर सिस्टम छोटा है और बिजली का उपयोग ज्यादा है, तो दिन में ही बनी बिजली और बैटरी में इकट्ठा हुई ऊर्जा का उपयोग हो सकता है, जिससे रात के समय में बैकअप की समस्या आ सकती है।

Off Grid Solar System की कीमत।

अगर कोई भी व्यक्ति सोलर सिस्टम को लगवाने के बारे में सोचता है तो उसे इसे लगवाने वक्त ही एक बार निवेश करना होता है। सोलर सिस्टम लगवाने के बाद इसके मेंटेनेंस में काफी कम लागत आता है। लेकिन सोलर सिस्टम लगवाने से पहले आपको का ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत के बारे में जान लेनी चाहिए। आपको बता दे कि घर में इस्तेमाल किए जाने वाले ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम (off grid solar system for home) की कीमत 69000 रुपये से शुरू हो जाती है। इतने पैसे में आपको सोलर पैनल, सोलर बैटरी, सोलर इनवर्टर और स्ट्रक्चर के साथ आपका पूरा सोलर सिस्टम लग जाता है। इसके अलावा अगर आप और भी जानना चाहते हैं तो हमने ऑफ ग्रेट सोलर सिस्टम के कीमतों के बारे में नीचे बताया है:-

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सोलर सिस्टम मॉडलकीमत
1 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य (12 V)69,699/- रूपये
1 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य (24 V)83,199/- रूपये
2 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य1,61,399/- रूपये
3 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य2,07,499/- रूपये
5 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य3,52,199/- रूपये
6 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य4,45,256/- रूपये
7.5 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य5,17,999/- रूपये
10 kW सोलर सिस्टम मूल्‍य6,41,099/- रूपये

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम का लाभ(Off Grid Solar System advantages

  • जैसा कि आप इसके आधार पर उपयोग करेंगे, यह ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम आपको 6 से 48 घंटे तक बिजली का बैकअप दे सकता है। यह बिजली को रख सकता है, तो आप जब चाहें, तब उसका उपयोग कर सकते हैं। 
  • इसे सरकारी ग्रिड की आवश्यकता नहीं होती, और आपको बिजली के बिल का भुगतान भी नहीं करना पड़ता।
  • गर्मी के मौसम में, यह सिस्टम एक मध्यम आकार के एयर कंडीशनिंग को भी बिजली प्रदान करने में मदद कर सकता है।
  • इस सिस्टम की “पेबैक” अवधि 5 से 7 साल के बीच होती है, जिसका मतलब है कि इसके लागत को वापस प्राप्त करने में 5 से 7 साल का समय लग सकता है। इसके बाद, यह आपको कई सालों तक मुफ्त में बिजली प्रदान कर सकता है।

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम के नुकसान

  • ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम की तुलना में थोड़े महंगे हो सकते हैं।
  • ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम में सोलर बैटरी को 5 से 6 साल बाद बदलना पड़ सकता है।
  • जब बैटरी स्टोरेज पूरा हो जाता है, तो बिजली का उपयोग नहीं होने के कारण सोलर नेट मीटरिंग की कोई संभावना नहीं होती है और बिजली बर्बाद हो जाती है।

Frequently Asked Questions

  • ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत कितनी होती है?

    ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम 69,000 रूपये से मिलना शुरू हो जाती है।

  • क्या ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम को सरकारी ग्रिड की जरूरत पड़ती है?

    नहीं, ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम को सरकारी ग्रिड की जरूरत नहीं पड़ती है।

  • ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम में सोलर बैटरी को कितने सालों के बाद बदलना पड़ता है?

    ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम में सोलर बैटरी को 5 से 6 साल के बाद बदलना पड़ता है।

निष्कर्ष:

दोस्तों ऊपर दिए गए लेख में हमने आपको Off Grid Solar System के बारे में विस्तार से बताया है। अगर आप भी अपने घर में ऑफ ग्रेट सोलर सिस्टम लगवाना चाहते हैं तो आपको Off Grid Solar System In Hindi के बारे में पूरी जानकारी होनी अनिवार्य है। अगर आप ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम से जुड़ी कोई भी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो ऊपर दिए गए लेख को ध्यान से पूरा पढ़ें। उम्मीद है कि इस लेख से आपको अच्छी जानकारी मिली होगी, इस लेख को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

akash chavan profile

दोस्तों में इस सोलर ब्लॉग का एडमिन हूँ, इस ब्लॉग पर में रोजाना सोलर पैनल, सोलर ऊर्जा, सोलर योजना और सोलर प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ।

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