10 किलोवाट ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम: क्या आपने कभी सोचा है कि सूरज की रोशनी से आप अपने घर की बिजली का बिल कम कर सकते हो, सिर्फ कम ही नहीं, बल्कि आप बिजली के बिल को पूरी तरह से शुन्य भी कर सकते हो। आज हम बात करेंगे 10 किलोवाट ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की। यह एक ऐसा सोलर सिस्टम है जो सूर्य की ऊर्जा से बिजली बनाता है और सरकारी बिजली ग्रिड में इस बिजली को भेजता है। इस लेख में हम जानेंगे कि 10 किलोवाट ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत कितनी होती है, यह कैसे काम करता है, और इसे लगाने में क्या-क्या चाहिए।
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम क्या होता है?
10 किलोवाट के ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की के बारे में जानने से पहिले, समझते हैं कि ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम होता क्या है। मान लो, आपके घर में बिजली का कनेक्शन तो है, लेकिन बिजली का बिल बहुत ज्यादा आता है। ऐसे में ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की मदत से आप इस बिजली बिल को लगभग शुन्य कर सकते हो। इस ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में सोलर पैनल से जो भी बिजली निर्मित होती है उसका एक हिस्सा आपके घरमे आता है, वही एक हिस्सा आप बिजली के लिए जिस सरकारी ग्रिड का इस्तेमाल करते हो उसमे भेजा जाता है, जिससे दिन के समय आपको सोलर पैनल से निर्मित बिजली मिलेगी, वही रात के समय जब सोलर पैनल से कोई भी बिजली नहीं बनती तब आपने दिन के समय ग्रिड पर जो भी बिजली भेजी थी उसे वापस ले सकते हो। आप ग्रिड पर कितनी बिजली भेज रहे हो और ग्रिड से कितनी बिजली ले रहे हो इसका पता नेट मीटरिंग से लगाया जाता है।
10 किलोवाट (kW) का मतलब है कि यह सिस्टम 10,000 वाट की बिजली बना सकता है। इससे आप अपने घर में पंखे, लाइट, टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, AC और मोटर भी चला सकते हो। लेकिन इसकी कीमत कितनी होगी? चलो, इसे एक-एक करके समझते हैं!
10 किलोवाट ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में क्या-क्या होता है?
इस 10 किलोवाट ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने के लिए कुछ जरूरी चीजें चाहिए, और यह चीजे कुछ इस तरह है:
- सोलर पैनल: ये सूरज की रोशनी को बिजली में बदलते हैं। एक 10 kW सिस्टम के लिए करीब 25-30 सोलर पैनल चाहिए, क्योंकि एक पैनल आमतौर पर 330-400 वाट की बिजली बनाता है।
- इन्वर्टर: सोलर पैनल्स से जो भी बिजली बनती है वह डायरेक्ट करंट (DC) के रूप में बनती है, और हम जो भी विद्युत् उपकरण चलाते है उन्हें चलाने के लिए अल्टरनेटिंग करंट (AC) की जरुरत होती है, तो इन्वर्टर के सहारे डायरेक्ट करंट (DC) को अल्टरनेटिंग करंट (AC) में कन्वर्ट किया जाता है, इस 10 kW सोलर सिस्टम के लिए एक 10 kW का ग्रिड-टाई इन्वर्टर चाहिए।
- माउंटिंग स्ट्रक्चर (Mounting Structure): सोलर पैनल को छत पर मजबूती से लगाने के लिए स्टैंड चाहिए। ये स्टील या एल्यूमिनियम के बने होते हैं, यह माउंटिंग स्ट्रक्चर सोलर सिस्टम को मजबूती से बनाये रखता है।
- वायरिंग और अन्य सामान: सोलर पैनल, इन्वर्टर, और ग्रिड को जोड़ने के लिए तार, स्विच, और सुरक्षा उपकरण चाहिए। ये छोटी-छोटी चीजें सिस्टम को सुरक्षित रखती हैं।
- नेट मीटर (Net Meter): यह एक खास मीटर है जो यह हिसाब रखता है कि तुमने ग्रिड से कितनी बिजली ली और कितनी दी। यह तुम्हारे बिजली के बिल को कम करने में मदद करता है।
10 किलोवाट ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत कितनी है?
अब आते हैं सबसे जरूरी सवाल पर: 10 किलोवाट ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत कितनी होगी? 2025 में भारत में इसकी कीमत कई चीजों पर निर्भर करती है, जैसे सोलर पैनल की क्वालिटी, सभी सोलर मटेरियल का ब्रांड, और इंस्टॉलेशन की लागत। चलो, इसे डिटेल में देखते हैं:
- सोलर पैनल की कीमत: एक 400 वाट का सोलर पैनल लगभग 8,000 से 12,000 रुपये का होता है। 10 kW के लिए 25 पैनल चाहिए, तो कुल लागत होगी:
25 × 10,000 = 2,50,000 रुपये (औसतन)। - इन्वर्टर की कीमत: एक 10 kW ग्रिड-टाई इन्वर्टर की कीमत 50,000 से 1,00,000 रुपये तक हो सकती है। औसतन, मान लो 75,000 रुपये।
- माउंटिंग स्ट्रक्चर: यह 50,000 से 80,000 रुपये तक हो सकता है। औसतन, 60,000 रुपये।
- वायरिंग और अन्य सामान: तार, स्विच, और सुरक्षा उपकरणों की कीमत करीब 30,000 से 50,000 रुपये हो सकती है। औसतन, 40,000 रुपये।
- इंस्टॉलेशन और लेबर चार्ज: सिस्टम को लगाने का खर्चा 50,000 से 80,000 रुपये तक हो सकता है। औसतन, 60,000 रुपये।
- नेट मीटर: नेट मीटर की कीमत और इंस्टॉलेशन का खर्चा करीब 10,000 से 20,000 रुपये हो सकता है। औसतन, 15,000 रुपये।
कुल कीमत:
2,50,000 (पैनल) + 75,000 (इन्वर्टर) + 60,000 (माउंटिंग) + 40,000 (वायरिंग) + 60,000 (इंस्टॉलेशन) + 15,000 (नेट मीटर) = लगभग 5,00,000 रुपये।
क्या सरकार से कोई मदद मिलती है?
भारत के सभी राज्यों में केंद्र सरकार सोलर सब्सिडी देती है, जिससे तुम्हारी जेब पर कम बोझ पड़े। 2025 में, PM सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत 10 kW तक के ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम पर सब्सिडी मिल सकती है। आमतौर पर, 3 kW और 3 kW के अधिक के ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम पर 78,000 रुपयों सब्सिडी मिलती है। वही कुछ राज्यों में राज्य सरकार द्वारा भी सब्सिडी का लाभ मिलता है, आप यदि उत्तर प्रदेश राज्य से हो तो आपको केंद्र सरकार और राज्य सरकार की सब्सिडी मिलाकर 10 किलोवाट के ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम पर 1,08,000 की सब्सिडी मिलती है।
सब्सिडी पाने के लिए आप सरकारी वेंडर से सिस्टम लगवाना होगा और कुछ कागजी कार्रवाई करनी होगी। अपने अपने नजदीकी सोलर वेंडर या बिजली विभाग से इसकी जानकारी ले सकते हो।
10 किलोवाट सोलर सिस्टम से कितनी बिजली बनेगी?
10 kW का सिस्टम एक दिन में औसतन 40-50 यूनिट बिजली बना सकता है, सोलर पैनल से प्रतिदिन कितनी बिजली बनेगी यह इस सोलर पैनल्स की दक्षता और मौसम पर काफी निर्भर करता है। गर्मी जैसे मौसम में सोलर पैनल्स से सबसे अधिक बिजली की निर्मिति की जा सकती है, वही बारिश के मौसम में कम धुप निकलने के कारण कम बिजली की निर्मिति की जा सकती है।

दोस्तों में इस सोलर ब्लॉग का एडमिन हूँ, इस ब्लॉग पर में रोजाना सोलर पैनल, सोलर ऊर्जा, सोलर योजना और सोलर प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ।