भारत एक ऐसा देश है जहा साल भर में अच्छी मात्रा में धुप खिलती है, और पूरी दुनिया में सोलर पैनल से ऊर्जा पैदा करने वाले टॉप देशों में भारत का नाम लिया जाता है, और यह सभी भारत वासियों के लिए एक गर्व की बात है। भारत में दिन काफी बड़े होते है, जिसके कारण सोलर सिस्टम लगवाने का का अच्छी मात्रा में फायदा मिलता है। और इस फायदे को देखते हुए लाखों लोगों ने सोलर सिस्टम लगवा भी लिया है, पर काफी सारे लोगों का यह सवाल होता है की क्या बारिश के मौसम में सोलर पैनल अच्छे से काम करेंगे, और सभी मौसम में अच्छे से काम करने वाला सोलर पैनल कौनसा होता है। अगर आपको भी कुछ इसी तरह का डाउट था, तो आपके ये सभी डॉट इस लेख में क्लियर होने वाले है। तो आइये इस लेख में आगे बढ़ते है, और जानते है कौनसे सोलर पैनल हर सीजन में अच्छे से काम करते है।
सोलर पैनल खरीदने से पहिले आपको सोलर पैनलों के प्रकार के बारे में जरूर पता होना चाहिए। क्योंकि सोलर पैनल की जितने भी प्रकार है उनके अपने फायदे और नुकसान होते है इसीलिए आपको इसके बारे में जरूर पता होना चाहिए।
सोलर पैनल के प्रकार
प्रमुख रूप से सोलर सिस्टम लगवाने में सोलर पैनल के 3 प्रकारों का उपयोग सबसे ज्यादा होता हैं, जिनमे पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर, मोनोक्रिस्टलाइन सोलर, और बायफेशियल सोलर शामिल होते है।
- पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर: पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल सबसे अधिक इस्तेमाल किये जाते है, जिसका सबसे प्रमुख कारण है की यह सस्ते होते है। और इनमे सभी मौसमों को सहनशील करने की क्षमता भी काफी होती है। इसीलिए यह सभी मौसमों में इस्तेमाल करने के लिए एक अच्छ विकल्प माने जाते है।
- मोनोक्रिस्टलाइन सोलर: मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल ज्यादा दक्षता से बिजली निर्माण करने के लिए जाने जाते है। और यह सोलर पैनल लंबे समय तक अच्छे से काम करते है। पर इनकी कीमत थोड़ी ज्यादा होती है।
- बायफेशियल सोलर: बायफेशियल सोलर के उपयोग से ज्यादा से ज्यादा बिजली उत्पादन की जा सकती है। यह ऐसे सोलर पैनल्स होते है जिनमे ऊपर और निचे दोनों तरफ सोलर पैनल होते है। यानी ऊपर के हिस्से में जो भी डायरेक्ट सूर्य की किरणे सोलर पैनल्स पर गिरेगी इससे बिजली तो निर्माण होगी ही, साथ में जमीं पर जो भी सूर्यकिरने गिरती है वह रिफ्लेक्ट होकर सोलर पैनल के नीचे के हिस्से पर आती है, जिससे और भी बिजली बनती है। बायफेशियल सोलर से सबसे ज्यादा बिजली बनती है, पर यह पैनल्स सबसे महंगे भी होते है।
सोलर पैनल से ऊर्जा निर्माण होने के प्रमुख कारण
किसी भी मौसम में सोलर पैनल से कितनी बिजली निर्माण होगी यह सोलर पैनल की दक्षता, सोलर पैनल का टिकाऊपन, तापमान गुणांक और सोलर सिस्टम का इंस्टालेशन इन सभी बातों पर निर्भर करता है।
- सोलर पैनल की दक्षता: आपको इस बात का ध्यान रखना है की आपने अच्छी दक्षता के सोलर पैनल्स लगवाए है।
- सोलर पैनल का टिकाऊपन: सोलर पैनल खरीदने से पहले, आपको इस बात का अच्छे से रिसर्च करना है की कौनसे कंपनी के सोलर पैनल लंबे समय तक चलेंगे। ज्यादातर कंपनियों का सोलर पैनल को लेकर 25 सालो की वारंटी का दावा है।
- तापमान गुणांक: आपको इस बात का ध्यान रखना है की आपने जो भी सोलर पैनल्स लगवाए है, वह कम से काम तापमान भी अच्छे से काम करेंगे।
- इंस्टालेशन: अगर सोलर सिस्टम का इंस्टालेशन पर्याप्त रूप से किया होगा तो इसका अधिक लाभ उठाया जा सकता है।
सोलर पैनल के सर्वश्रेष्ठ ब्रांड
वैसे तो भारत में सोलर पैनल बनाने वाली सैकड़ो कंपनिया है पर हम पांच ऐसी कंपनियों के बारे में बताने वाले है जिसका आज भारत में वर्चस्व है।
- Tata Power Solar
- Adani Solar
- Waaree Energies
- Vikram Solar
- Navitas Green
कुछ आवश्यक टिप्स
सोलर सिस्टम लगवाने से पाहिले किसी प्रोफेशनल की सलाह जरूर ले। और उस प्रोफेशनल द्वारा जिस भी सोलर पैनल्स को खरीदने की राय मिले उन्ही सोलर पैनल्स को ख़रीदे। सोलर सिस्टम लगवाने से पहिले सरकार से मिलने वाली सभी तरह की सब्सिडियों की जानकारी जरूर ले। सोलर सिस्टम लगवाने के बाद उसके परफॉरमेंस को मॉनिटर जरूर करिये। लगभग हर एक कंपनी के पास परफॉरमेंस मॉनिटर करने के लिए खुद का मोबाइल एप्प मौजूद है।
तो साथियों उम्मीद है की यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी, अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी है तो हमें कमेंट करके जरूर बताना।
दोस्तों में इस सोलर ब्लॉग का एडमिन हूँ, इस ब्लॉग पर में रोजाना सोलर पैनल, सोलर ऊर्जा, सोलर योजना और सोलर प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ।