आज के समय बिजली काफी महंगी होती जा रही है, और ऐसे में सोलर एनर्जी यानी सौर ऊर्जा एक बेहतरीन विकल्प बन चूका है। और सोलर बैटरी इस पुरे सोलर सोलर सिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। अगर आप भी सोलर पैनल सिस्टम लगवाने की सोच रहे हैं, तो आपको सोलर बैटरी क्या होती है, ये कैसे काम करती है और हमें किस टाइप की बैटरी लेनी चाहिए इससे जुडी पूरी जानकारी होनी चाहिए।
सोलर बैटरी क्या होती है?
सोलर बैटरी एक ऐसी डिवाइस है, जो सोलर पैनल द्वारा निर्मित सूरज की रोशनी से बनी बिजली को स्टोर करती है। जब सोलर पैनल सूरज की रोशनी को बिजली में बदलते हैं, तो यह बिजली तुरंत इस्तेमाल की जा सकती है। लेकिन अगर आप इस बिजली को बाद में, जैसे रात के समय या बिजली कटने पर इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो सोलर बैटरी उस बिजली को स्टोर करके रखती है।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपके घर में सोलर पैनल लगे हैं। दिन में सूरज की रोशनी से बिजली बनती है, लेकिन रात को जब सूरज नहीं होता, तब ऐसे में सोलर बैटरी द्वारा दिन के समय निर्मित बिजली को स्टोर करके रात में आपके घर में होने वाले सभी विद्युत् उपकरणों को चलाया जा सकता है।
सोलर बैटरी कैसे काम करती है? (How Does a Solar Battery Work?)
सोलर बैटरी का काम समझने के लिए इसे एक पानी के टैंक की तरह सोचिए। जैसे टैंक में पानी भरकर रखा जाता है और जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जाता है, वैसे ही सोलर बैटरी बिजली को स्टोर करती है। यह बिजली सोलर बैटरी में स्टोर हो जाती है। बैटरी में खास तरह के केमिकल्स होते हैं, जो बिजली को इकट्ठा करके रखते हैं। जब आपको बिजली चाहिए, जैसे रात में या बिजली कटने पर, बैटरी उस स्टोर की गई बिजली को आपके घर के उपकरणों तक पहुंचाती है। इसके लिए एक इन्वर्टर का भी इस्तेमाल होता है, जो DC बिजली को AC बिजली में बदलता है, क्योंकि हमारे घर के उपकरण AC बिजली पर ही चलते हैं।
सोलर बैटरी के प्रकार (Types of Solar Batteries)
सोलर बैटरी के 2 प्रमुख प्रकार होते है, जो कुछ इस तरह है।
लेड-एसिड बैटरी (Lead Acid Battery):

लेड-एसिड बैटरी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है, और यह बैटरी सस्ती भी होती है। इस बैटरी के वजन की बात करे तो वजन में यह बैटरी भारी होती है, और इन लेड-एसिड बैटरी को टाइम-टाइम पर मेंटेन भी करना पड़ता है।
लिथियम-आयन बैटरी (Lithium-ion Battery):

यह बैटरी वजन में काफी हल्की होती है और ज्यादा समय तक चलती है। वही बात करे इस बैटरी के कीमत की तो इनकी कीमत थोड़ी ज्यादा होती है, और इन बैटरियों का बार-बार मेंटेनेंस करने की की जरूरत नहीं होती।
सोलर बैटरी के फायदे (Benefits of Solar Battery)
सोलर बैटरी का इस्तेमाल करने के कई फायदे हैं:
- बिजली की बचत: सोलर बैटरी सोलर पैनल्स द्वारा निर्मित सूरज की मुफ्त ऊर्जा को स्टोर करती है, जिससे आपका बिजली का बिल कम हो जाता है।
- बिजली की कटौती में मदद: अगर आपके इलाके में बिजली की कटौती होती है, तो बिजली कटौती के बावजूद आपके घरमे बिजली चलती रहेगी।
- पर्यावरण के लिए फायदेमंद: सोलर बैटरी सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करती है, जो कोयले या पेट्रोल से बनी बिजली की तुलना में पर्यावरण को बिलकुल भी नुकसान नहीं पहुंचाती, और सौर ऊर्जा से निर्मित ऊर्जा बिलकुल साफ़ होती है।
- लंबे समय तक चलेगी बैटरी: खासकर लिथियम-आयन बैटरी लंबे समय तक चलती है, जिससे आपको बार-बार बैटरी बदलने की जरूरत नहीं पड़ती।
- खुदका बिजली स्त्रोत: आपको बिजली कंपनी पर बिलकुल भी निर्भर रहने की जरुरत नहीं पड़ती, और आप अपनी बिजली खुद बना सकते हैं।
सोलर बैटरी खरीदते समय ध्यान देने वाली बातें
बैटरी की क्षमता, जो आम्पीयर-घंटा (Ah) में मापी जाती है, इससे पता चलता है कि वह कितनी बिजली स्टोर कर सकती है। अपनी जरूरत के हिसाब से सोलर बैटरी की क्षमता चुनें। लिथियम-आयन या लीड-एसिड में से कौन सी बैटरी आपके बजट और जरूरत के लिए सही है, यह तय करें। और इस बात का भी ध्यान दे की बैटरी कितने साल चलेगी। साथ ही अच्छे ब्रांड और लम्बी वारंटी वाली बैटरी चुनें, ताकि खराब होने पर उसे बदला जा सके।
सोलर बैटरी की देखभाल कैसे करें?
सोलर बैटरी को लंबे समय तक चलाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
- नियमित जांच: लीड-एसिड बैटरी में पानी का स्तर चेक करें और जरूरत हो तो डिस्टिल्ड वॉटर डालें।
- साफ-सफाई: बैटरी के टर्मिनल्स को साफ रखें ताकि जंग न लगे।
- सही चार्जिंग: बैटरी को ओवरचार्ज या पूरी तरह डिस्चार्ज होने से बचाएं।
- तापमान: बैटरी को ज्यादा गर्मी या ठंड से बचाएं, क्योंकि इससे बैटरी की उम्र कम हो सकती है।
सोलर बैटरी की कीमत कितनी होती है?
भारत में सोलर बैटरी की कीमत ₹10,000 से शुरू होकर ₹1 लाख तक जा सकती है।
कुछ औसतन रेट इस तरह हो सकते हैं:
- 150Ah Lead Acid Battery – ₹10,000 से ₹15,000
- 200Ah Lead Acid Battery – ₹14,000 से ₹20,000
- Lithium-ion Battery (1kWh) – ₹25,000 से ₹40,000
निष्कर्ष
सोलर बैटरी सौर ऊर्जा को स्टोर करने का एक शानदार तरीका है, जो न केवल बिजली की बचत करता है, बल्कि पर्यावरण की भी काफी हद तक मदत करती है। यह खासकर उन लोगों के लिए सबसे फायदेमंद है, जो बिजली कटौती और बढ़ते बिजली बिल से परेशान हैं। और जिन लोगों के यहाँ बिजली की सुविधा ही नहीं है वैसे लोगों के लिए भी यह सोलर बैटरी काफी फायदेमंद होती है, चाहे आप शहर में रहते हों या गांव में।
अगर आप सोलर बैटरी के बारे में और जानना चाहते हैं या इसे खरीदने की सोच रहे हैं, तो किसी अच्छे सोलर सिस्टम डीलर से सलाह लें।

दोस्तों में इस सोलर ब्लॉग का एडमिन हूँ, इस ब्लॉग पर में रोजाना सोलर पैनल, सोलर ऊर्जा, सोलर योजना और सोलर प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ।