PM Kusum Yojana 2024: भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां किसान देश की रीढ़ माने जाते हैं। लेकिन पिछले कुछ दशकों में किसानों की आय में गिरावट और खेती की लागत में लगातार वृद्धि ने कृषि क्षेत्र को संकट में डाल दिया है। ऐसे में, किसानों को राहत देने और उनकी आय बढ़ाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है – प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम)।
पीएम-कुसुम योजना का उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा का लाभ देना है। इस योजना के तहत, किसानों को सोलर पंप और ग्रिड-कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। इससे न केवल किसानों की सिंचाई और बिजली की लागत कम होगी, बल्कि वे अतिरिक्त बिजली बेचकर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर सकते हैं।
पीएम-कुसुम योजना (PM Kusum Yojana 2024) किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। इसके माध्यम से किसान न केवल खेती की लागत कम कर रहे हैं, बल्कि अतिरिक्त आय भी अर्जित कर रहे हैं। कुछ किसान तो प्रति एकड़ 60,000 से 1 लाख रुपये तक की वार्षिक आय कमा रहे हैं। इस प्रकार, पीएम-कुसुम योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय दोगुनी करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
तो आइए, इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि पीएम-कुसुम योजना क्या है और इससे किसानों को कैसे लाभ मिल रहा है…
Overview Table Of PM Kusum Yojana
योजना का नाम | पीएम कुसुम योजना |
लाभार्थी राज्य | भारत के सभी राज्य |
किसने शुरू किया | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने |
लाभ किसे मिलेगा | भारत के किसानों को |
योजना कब शुरू हुई | 2019 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://mnre.gov.in/ |
पीएम कुसुम योजना क्या है? (What is PM Kusum Yojana?)
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) (PM Kusum Yojana 2024) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसका उद्देश्य किसानों को सस्ती और सुलभ बिजली प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत, सौर ऊर्जा द्वारा संचालित पंप लगाए जाते हैं जिससे डीजल और ग्रिड विद्युत पर निर्भरता कम होती है। योजना के तहत किसानों को सौर उर्जा प्रणाली और पंप लगाने के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है।इससे किसानों की लागत कम होती है और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान होता है।
पीएम कुसुम योजना का उद्देश्य (Objective of PM Kusum Yojana)
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana 2024) (प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) का उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा के माध्यम से लाभ पहुंचाना है। इस योजना के अंतर्गत, किसानों को सोलर पंप्स और सोलर पावर प्लांट्स लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे उन्हें बिजली के लिए डीजल पर निर्भर नहीं रहना पड़े और उनकी खेती की लागत कम हो।
योजना के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- बिजली की कमी को दूर करना: किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त और विश्वसनीय बिजली उपलब्ध कराना, जिससे उनकी पैदावार बढ़ सके।
- डीजल की खपत कम करना: डीजल पंपों की जगह सोलर पंप्स का इस्तेमाल बढ़ाकर, डीजल की खपत और प्रदूषण कम करना।
- आय में वृद्धि: किसान अपनी जमीन पर छोटे सोलर पावर प्लांट्स लगाकर अतिरिक्त बिजली बेच सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
- हरित ऊर्जा को बढ़ावा: सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से नवीकरणीय ऊर्जा को प्रोत्साहित करना और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना।
- स्वतंत्रता: किसानों को बिजली कटौती या बिजली बिल की चिंता से मुक्त कर स्वावलंबी बनाना।
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana 2024) का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करना, किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारना और देश में स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है।
पीएम कुसुम योजना की पात्रता क्या है? (What is the eligibility of PM Kusum Yojana?)
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana 2024) की पात्रता निम्नलिखित बिंदुओं में दी गई है:
- किसान होने की आवश्यकता: योजना मुख्य रूप से उन किसानों के लिए है जो कृषि कार्यों के लिए ऊर्जा की जरूरत को पूरा करना चाहते हैं।
- भूमि का स्वामित्व: आवेदन करने वाले किसान के पास अपनी कृषि भूमि होनी चाहिए या वह पट्टे पर ली गई भूमि का उपयोग कर सकता है।
- पानी का स्रोत: किसान के पास जल स्रोत जैसे कुआं, नलकूप या तालाब होना चाहिए।
- सौर पंप की आवश्यकता: आवेदन वही किसान कर सकते हैं जिनके पास सिंचाई के लिए पहले से बिजली या डीजल पंप हो या जिनकी ऐसी पंपों की आवश्यकता हो।
- बिजली की उपलब्धता: ऐसे किसान जिनके पास बिजली कनेक्शन नहीं है या अपर्याप्त बिजली है, वे प्राथमिकता में आते हैं।
- स्थानीय निकाय से अनुमोदन: किसान को स्थानीय पंचायत या ग्राम सभा से योजना के लिए अनुमोदन प्राप्त करना हो सकता है।
- कर्ज और सब्सिडी की पात्रता: किसान योजना के तहत सरकारी सब्सिडी और कर्ज का लाभ उठा सकते हैं, जिसमें सरकार द्वारा 60% तक की सब्सिडी दी जाती है।
- पर्यावरणीय अनुकूलता: योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को सौर ऊर्जा के उपयोग में रुचि होनी चाहिए ताकि कृषि कार्यों के लिए पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा स्रोत का उपयोग हो सके।
पीएम कुसुम योजना के लाभ क्या हैं? (Benefits of PM Kusum Yojana?)
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana 2024) भारतीय किसानों के जीवन को बदलने वाली एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को डीजल और बिजली पर निर्भरता से मुक्त करना, स्वच्छ सौर ऊर्जा के माध्यम से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना, उनकी आय बढ़ाना और पर्यावरण प्रदूषण को कम करना है।
इस योजना के तहत, किसान अपनी भूमि पर 10,000 मेगावाट तक के सौर ऊर्जा संयंत्र और सौर ऊर्जा चालित मोटर पंप स्थापित कर सकते हैं। योजना का लाभ व्यक्तिगत किसानों, जल उपयोगकर्ता संघों, पैक्स या समूह और क्लस्टर आधारित सिंचाई प्रणालियों को मिल सकता है। पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान की जाती है। सौर उपकरण खरीदने के लिए डिस्कॉम को प्रति किलोवाट 40 पैसे या प्रति मेगावाट प्रति वर्ष 6.60 लाख रुपये का प्रोत्साहन दिया जाता है। संयंत्र के वाणिज्यिक संचालन की तारीख से पांच वर्ष की अवधि के लिए डिस्कॉम को यह प्रोत्साहन राशि दी जाती है, जो कुल 33 लाख रुपये प्रति मेगावाट है। योजना के कुछ प्रावधानों को राज्य के 30% योगदान के बिना भी लागू किया जा सकता है, जहां केंद्रीय वित्तीय सहायता 30% रहेगी और शेष 70% किसान द्वारा वहन किया जाएगा। कृषि फीडर के सौरीकरण के लिए प्रति मेगावाट 1.05 करोड़ रुपये तक की केंद्रीय वित्तीय सहायता उपलब्ध है।
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana 2024) का सबसे बड़ा लाभ यह है कि किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली मिलेगी और उनकी डीजल व केरोसिन पर निर्भरता कम होगी। इसके अतिरिक्त, किसान अधिशेष बिजली को ग्रिड को बेचकर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर सकते हैं, जिससे उनकी कुल आय में वृद्धि होगी।
पीएम कुसुम योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं? (What are the documents required for PM Kusum Yojana?)
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana 2024) के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची निम्नलिखित है:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- वोटर आईडी
- बिजली का बिल
- राशन कार्ड
- भूमि पंजीकरण प्रमाण पत्र
- पट्टा (lease) दस्तावेज़
- खसरा नंबर/खाता नंबर
- भूमि की नक्शा/जमाबंदी की प्रति
- बैंक पासबुक की फोटोकॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- कृषि से संबंधित दस्तावेज़ (यदि लागू हो)
- सहमति पत्र (Consent letter) यदि भूमि पर सौर पैनल लगाना हो
पीएम कुसुम योजना के लिए आवेदन कैसे करें? (How to apply for PM Kusum Yojana?)
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana 2024) के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित पॉइंट्स में दी गई है:
- योजना की जानकारी प्राप्त करें: सबसे पहले, पीएम कुसुम योजना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें। यह योजना कृषि उपयोग के लिए सोलर पंप स्थापित करने और सोलर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने हेतु है।
- आवेदन की पात्रता जाँचें: सुनिश्चित करें कि आप योजना की पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं। पात्रता मानदंडों की जानकारी योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://mnre.gov.in/ पर उपलब्ध होती है।
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट (https://mnre.gov.in/) पर जाएं या राज्य के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
- ऑनलाइन पंजीकरण करें: वेबसाइट पर दिए गए लिंक के माध्यम से योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करें। आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जमीन की जानकारी, और बैंक विवरण आदि भरने होंगे।
- आवेदन फॉर्म भरें: वेबसाइट पर उपलब्ध आवेदन फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें। आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करें, जैसे कि आधार कार्ड, जमीन के दस्तावेज, बैंक पासबुक की कॉपी, आदि।
- दस्तावेज़ सत्यापन: भरे गए आवेदन फॉर्म और अपलोड किए गए दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। सुनिश्चित करें कि सभी जानकारी सही और स्पष्ट है।
- सबमिट करें: सभी विवरण भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद, आवेदन फॉर्म को सबमिट करें।
- आवेदन की स्थिति की जाँच करें: आवेदन सबमिट करने के बाद, आप अपने आवेदन की स्थिति वेबसाइट पर लॉगिन करके देख सकते हैं। आपको आगे की प्रक्रिया के बारे में सूचित किया जाएगा।
- स्वीकृति और अनुदान: आवेदन स्वीकृत होने पर, आपको स्वीकृति पत्र मिलेगा और अनुदान या सब्सिडी की राशि आपके बैंक खाते में जमा की जाएगी।
- स्थापना प्रक्रिया: स्वीकृति मिलने के बाद, आप सोलर पंप या सोलर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको संबंधित विक्रेता या कंपनी से संपर्क करना होगा
Frequently Asked Questions
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) योजना भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य किसानों को सस्ती और सुलभ बिजली प्रदान करना है। इस योजना में सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप स्थापित करना शामिल है, जिससे डीजल और ग्रिड बिजली पर निर्भरता कम होती है।
पीएम कुसुम योजना के तीन घटक हैं – घटक-ए: 10,000 मेगावाट की विकेंद्रीकृत ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट स्थापित करना, घटक-बी: 17.5 लाख स्टैंडअलोन सोलर कृषि पंपों की स्थापना, और घटक-सी: 10 लाख ग्रिड कनेक्टेड कृषि पंपों का सोलरीकरण।
पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को सोलर पंप लगाने पर 90% सब्सिडी प्रदान की जाती है।
पीएम कुसुम योजना के लिए आवेदन करने के लिए, किसान अपने राज्य के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।
दोस्तों में इस सोलर ब्लॉग का एडमिन हूँ, इस ब्लॉग पर में रोजाना सोलर पैनल, सोलर ऊर्जा, सोलर योजना और सोलर प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ।
वीपीओ तलवाना तहसील नीमराणा जिला कोटपूतली बहरोड राजस्थान
आपको सोलर पंप लगवाना है क्या?