1kW Solar Panel Price In India With Subsidy: पिछले एक दशक से भारत में लोग सोलर एनर्जी को लेकर काफी ज्यादा जागरूक हो गए हैं। इस समय भारत में काफी बड़े पैमाने पर सोलर पैनल का इंस्टालेशन चल रहा है।
आज भारत के करोड़ों घर सोलर एनर्जी से अपग्रेड हो चुके हैं जिसकी सबसे बड़ी वजह बिजली बिल से छुटकारा तथा पर्यावरण प्रदूषण में गिरावट है। मौजूदा समय में सरकार की कहीं ऐसी योजनाएं चलाई जा रही है जिनकी मदद से आप सोलर सिस्टम लगवा कर सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
इसे भी जरूर पढ़िए: Solar Rooftop Yojana
सोलर सिस्टम सब्सिडी देकर भारत सरकार भारत में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना चाहती है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सोलर ऊर्जा को अपनाकर बिजली उत्पादन के लिए खुद पर ही निर्भर रहें। ऐसा करने से न केवल बिजली बिल की बचत होगी बल्कि घर या व्यवसाय के लिए पर्याप्त विद्युत ऊर्जा का उत्पादन भी किया जा सकेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि सोलर सिस्टम एक ऐसा सिस्टम होता है जिसे सोलर पैनल्स की मदद से बनाया जाता है। सोलर सिस्टम बनाए जाने के लिए सोलर पैनल्स को आपस में जोड़ा जाता है। 1 किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम सबसे छोटा सोलर सिस्टम है।
1 किलोवाट सोलर सिस्टम की मदद से हर महीने लगभग 100 से 120 यूनिट बिजली तक का उत्पादन किया जा सकता है। यह सिस्टम तीन या चार सोलर पैनल्स की मदद से बनाया जाता है। चलिए आज इस आर्टिकल में सब्सिडी के साथ 1 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत जानते हैं।
1kW सोलर सिस्टम से जुड़ी जानकारियां
1 किलो वाट सोलर सिस्टम 3 अथवा 4 सोलर पैनल की मदद से बनाए जाते हैं। 1kW सोलर पैनल सिस्टम की मदद से रोजाना 3 से 4 मिनट तक बिजली पैदा की जा सकती है। 1 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम लगवा कर घरेलू उपयोग के लिए पंखा, कूलर, बल्ब, चार्जिंग और टेलीविजन जैसा उपकरण चलाया जा सकता है।
1 किलोवाट सोलर पैनल को घर पर इंस्टॉल करने के लिए तकरीबन 80 से 100 वर्ग फीट छाया रहित जगह की जरूरत होती है जहां सूर्य का प्रकाश भली भांति हो।
1 किलोवाट सोलर सिस्टम हर महीने 100 से 120 यूनिट तक की बिजली का उत्पादन करता है जिससे घरेलू जरूरत आसानी से पूरी हो सकती है। 1kW के सोलर सिस्टम का इस्तेमाल केवल उन्हीं लोगों को करना चाहिए जिनका बिल 100 से 120 यूनिट तक आता है।
ऐसे लोग जिनका बिल 100 यूनिट तक है, वह सभी इस सोलर सिस्टम का इस्तेमाल करके अपना बिजली बिल पूरी तरह बचा सकते हैं, लेकिन अगर आप AC और अन्य कोई ज्यादा बिजली वाला उपकरण इस्तेमाल कर घरेलू लग्जरी जीवन जीते हैं, तो यह सोलर सिस्टम आपकी जरूरत पूरी नहीं कर पाएगा। ऐसे में आपको कुछ ज्यादा किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम लगाना पड़ेगा।
1 kW सोलर पैनल सिस्टम के प्रकार
1 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम तीन तरीके का होता है। ऑन ग्रिड, ऑफ ग्रिड और हाइब्रिड सोलर सिस्टम तीन तरह के बनाए जाते हैं। इन तीनों सोलर सिस्टम की अपनी अलग खासियत होती है।
On Grid Solar System
On Grid Solar System को ग्रिड कनेक्टेड सोलर सिस्टम भी कहते हैं। यह सोलर सिस्टम सीधे पावर यूटिलिटी ग्रिड से जुड़ा होता है। यह सोलर सिस्टम उपयोग में ना आने वाली अतिरिक्त बिजली को वापस ग्रिड में भेज देता है।
इस तरह का सोलर सिस्टम फोटोवॉल्टिक सोलर पैनल तथा इनवर्टर और ग्रिड कनेक्शन की मदद से चलता है जबकि बैटरी की जरूरत नहीं होती क्योंकि यह सीधा यूटिलिटी ग्रिड से कनेक्ट होते हैं।
Off Grid Solar System
Off Grid Solar System On Grid सोलर सिस्टम का उल्टा होता है। ऐसे सोलर पैनल बिना ग्रिड पॉवर के चलते हैं। इस सोलर सिस्टम में इनवर्टर की जरूरत नहीं होती बल्कि बैटरी की जरूरत पड़ती है। इस सोलर सिस्टम को चलाने के लिए दो बैटरी लेनी पड़ती है जिसकी वजह से इसकी कॉस्ट थोड़ी बढ़ जाती है।
Hybrid Solar System
Hybrid Solar System On Grid और Off Grid सिस्टम का सम्मिलित रूप है जिसमें दोनों ही तरह के पैनल सिस्टम मौजूद होते हैं। हाइब्रिड सोलर पैनल ज्यादा बिजली उत्पादन क्षमता के साथ तुलनात्मक तौर पर कम दाम में भी आते हैं।
किस सोलर पैनल पर मिलती है सब्सिडी?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत सरकार केवल ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम इंस्टॉलेशन के लिए सोलर सब्सिडी देती है, जबकि कुछ योजनाओं में हाइब्रिड सोलर पैनल सिस्टम पर भी सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध है।
भारत में अलग-अलग योजनाओं पर सब्सिडी भी अलग है। प्रधानमंत्री सोलर योजना के तहत ग्राहकों को 60% की सब्सिडी दी जाती है, जबकि राज्य सरकार की योजनाएं 20% से 40% तक की सब्सिडी प्रदान करती हैं।
1 किलोवाट से लेकर 3 किलोवाट सोलर सिस्टम के लिए लगभग 18,000 रुपए की सब्सिडी मिलती है जबकि 4 किलोवाट से लेकर 10 किलो वाट तक सब्सिडी घटकर 9,000 रुपए हो जाती है।
भारत में सब्सिडी के साथ 1 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत
1kW ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ऑफ ग्रिड और हाइब्रिड सोलर सिस्टम की तुलना में काफी किफायती होते हैं। साथ ही साथ अनग्रिड सोलर सिस्टम पर गवर्नमेंट की सब्सिडी भी मिलती है जिसकी वजह से आपका लगभग 60% तक पैसा वापस हो जाता है।
1 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम का मॉडल | 1 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम की कीमत | 1 किलोवाट सोलर पैनल पर लागू सब्सिडी | सोलर पैनल की कीमत सब्सिडी के बाद |
---|---|---|---|
1kW ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम | ₹70,000 या अधिक | ₹18,000 | ₹52,000 या अधिक |
1kW ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम | ₹80,000 या अधिक | सब्सिडी लागू नहीं | – |
1kW हाईब्रिड सोलर पैनल सिस्टम | ₹1,20,00 या अधिक | ₹18,000 | ₹1,02,000 या अधिक |
1kW सोलर सिस्टम लगवाने के लाभ
1 किलोवाट सोलर सिस्टम घरेलू पंखा कूलर लाइक इत्यादि के लिए सर्वश्रेष्ठ सोलर पैनल सिस्टम है। यह सोलर सिस्टम अन्य सोलर सिस्टम की अपेक्षा काफी सस्ता होता है तथा इस पर गवर्नमेंट की सब्सिडी भी मिलती है।
जिन परिवारों का बिजली बिल 100 यूनिट तक प्रति माह आता हो उनके लिए यह सोलर पैनल सिस्टम सबसे बेस्ट है क्योंकि इसका इंस्टॉलेशन करने के बाद उनका बिजली बिल जीरो हो जाएगा।
इन सोलर सिस्टम पर 25 साल तक की वारंटी उपलब्ध होती है जबकि बैटरी तथा इनवर्टर आदि पर 5 से 10 साल की वारंटी होती है। यह काम जगह में भी इंस्टॉल हो जाते हैं तथा हर महीने 100 से 120 यूनिट तक बिजली पैदा करते हैं।
Frequently Asked Questions
भारत में 1 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम की औसतन कीमत तकरीबन ₹50,000 से ₹70,000 तक होती है।
1 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम रोजाना 3 से 4 यूनिट बिजली का उत्पादन करता है जबकि प्रतिमा 100 से 120 यूनिट बिजली का उत्पादन कर सकता है।
1 किलोवाट सोलर पैनल छोटे घरेलू उपकरणों के लिए उपयुक्त होते हैं। इनकी मदद से AC या मोटर जैसा उपकरण नहीं चलाया जा सकता है।
दोस्तों में इस सोलर ब्लॉग का एडमिन हूँ, इस ब्लॉग पर में रोजाना सोलर पैनल, सोलर ऊर्जा, सोलर योजना और सोलर प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ।
1 kilowatt solar panel on grade lagwana hai to kya battery ki jarurat bhi padegi mere pass pahle se inverter battery hai
On Grid solar system me battery ki jarurat nahi padti
नहीं पड़ती।
ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाओगे तो बैटरी की जरुरत पड़ेगी, पर इसपर सब्सिडी नहीं मिलेगी।