जिस तरह पूरी दुनिया भर में विकास हो रहा है, उसी रफ्तार से हमें भारत में भी विकास दिखाई दे रहा है। आने वाले कुछ सालों में हमें भारत में हर जगह नई-नई टेक्नोलॉजी का पूरी तरह से उपयोग होता हुआ भी नजर आएगा। पिछले कुछ सालों से, सूर्य ऊर्जा का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ रहा है। लोग इसका इस्तेमाल बिजली बनाने और अपने दैनिक जीवन में कर रहे हैं। सरकार भी इसके लाभदायक गुणों को देखते हुए लोगों के बीच इसकी जागरूकता बढ़ा रही है। ऐसे में, लोगों को सौर ऊर्जा के बारे में पता चल रहा है और वे अपने घर में भी इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं।
जैसा कि हमने Types of Solar Panels के बारे में हमारे इस ब्लॉग पर पहले ही बताया है, आपको बता दें कि सौर ऊर्जा के कुल तीन प्रकार होते हैं। जैसे की On Grid Solar System, Off Grid Solar System, और Hybrid Solar System पर इन तीनों में से आज के इस लेख में हम On Grid Solar System in Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए लेख को ध्यान से पूरा पढ़ें। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि On Grid Solar System क्या है? इसके लाभ और नुकसान क्या है? तो आइए इस लेख को शुरू करते हैं और ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम के बारे में जानते हैं।
On Grid Solar System क्या है?
On Grid Solar System को और अन्य दो नामों से जाना जाता है, जो की grid connected solar system या grid tied solar system है। ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम के मदद से सूर्य ऊर्जा को बिजली में बदला जाता है। यह इस प्रकार से बनाया गया है जिससे यह सीधे पावर ग्रिड के साथ जोड़ा जा सके। इस सिस्टम में इनवर्टर, विद्युत केबल, फोटोवोल्टिक पैनल और ग्रिड कनेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है।
सीधे तौर से यूटिलिटी ग्रिड से जुड़ा होने के कारण आवश्यकता होने पर अतिरिक्त बिजली को भी सोलर पैनल से लिया जा सकता है। ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम उपभोक्ताओं को अपनी बिजली स्वयं उत्पन्न करने की अनुमति प्रदान करते हैं। यह ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम के विपरीत कार्य करता है जो कि सौर उर्जा के भंडारण की व्यवस्था पर निर्धारित है।
On Grid Solar System से कम करें अपना बिजली बिल।
जिन लोगों को रात की तुलना में दिन में बिजली की अधिक आवश्यकता होती है, उनके लिए ऑन-ग्रिड सिस्टम एक अच्छा विकल्प है। जैसे कि कृषि क्षेत्र या उपवन। इसे उन जगहों पर अच्छा समझा जाता है जहाँ बिजली की सप्लाई अच्छी हो, खासकर दिन में समय-समय पर बिजली बनाई जाती है। इस सिस्टम की खास बात यह है कि अगर आपके सोलर प्लांट से अधिक बिजली बनती है तो आप उसे बेच सकते हैं। इससे आपके बिजली का बिल कम होगा और आपको कुछ पैसे भी मिलेंगे।
ऑन-ग्रिड सौर ऊर्जा सिस्टम काम कैसे करती है?
सौर मॉड्यूल दिन के सूर्य के प्रकाश को बिजली में बदलता है। इसे पहले डायरेक्ट करंट (DC) में बदलता है। फिर सौर इन्वर्टर इस DC को अल्टेरनेटिंग करंट (AC) में बदलता है, ताकि यह घरेलू बिजली के उपकरणों को चला सके। इस बिजली को ग्रिड में भेजा जाता है, जहां यह इस्तेमाल होती है। एक महत्वपूर्ण उपकरण है नेट मीटर। यह ग्रिड को जो ऊर्जा आई है और जो ऊर्जा इस्तेमाल की गई है, ये दोनों दर्ज करता है। हर महीने के अंत में, इसका बैलेंस निकाला जाता है और उपभोक्ता को एक बिल दिया जाता है।
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने में लागत।
यहाँ हम ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने की लागत के बारे में बता रहे हैं। ध्यान दें कि विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में सोलर ऊर्जा की नीतियों और मूल्यों में थोड़ी भिन्नता हो सकती है। सरकार द्वारा सोलर सिस्टम की स्थापना पर उपभोक्ताओं को 40 से 80 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी प्राप्त हो सकती है। यदि आप भी अपने घर या व्यवसाय में ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं, तो अनुमानित लागत निम्नलिखित है:
ऑन ग्रिड सोलर मॉडल | कीमत | कीमत प्रति वाट |
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1kW सोलर सिस्टम | 66,999 रूपये | 66.99 रु |
2kW सोलर सिस्टम | 90,990 रूपये | 45.50 रु |
3kW सोलर सिस्टम | 1,55,482 रूपये | 51.83 रु |
5kW सोलर सिस्टम | 2,32,264 रूपये | 46.45 रु |
8kW सोलर सिस्टम | 3,79,649 रूपये | 47.45 रु |
10kW सोलर सिस्टम | 4,37,480 रूपये | 43.74 रु |
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम का लाभ
- बैटरी न होने के कारण, इस सिस्टम का बनाया जाने वाला लागत काफी कम होती है।
- इसमें आपको बार-बार बैटरी को बदलने की चिंता नहीं करनी पड़ती, आपको सिर्फ एक बार ऑन ग्रिड प्लांट लगाने की आवश्यकता होती है, और फिर आप जीवन भर के लिए ऊर्जा के मामले में स्वायत्त हो जाते हैं।
- ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में आमतौर पर तकनीकी खराबियाँ बहुत कम होती हैं।
- अधिक बिजली बनने पर आप इस अतिरिक्त बिजली को डिस्कॉम को बेचकर अतिरिक्त कमाई भी कर सकते हैं।
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम के नुकसान
- यह सिस्टम केवल तब काम करता है जब आपके यहाँ से बिजली आ रही हो, और जब बिजली नहीं आती, तो यह सिस्टम भी बंद हो जाता है।
- ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में कोई बैकअप प्रणाली नहीं होती, यह सिर्फ सूरज की रोशनी के साथ काम करता है।
Frequently Asked Questions
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1 किलोवाट की ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने में कितना रुपया लगता है?
1 किलोवाट की ऑन ग्रेट सोलर सिस्टम लगवाने में ₹70,000 के आसपास लगता है।
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ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने में किन-किन चीजों की जरूरत पड़ती है?
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने में इनवर्टर, विद्युत केबल, फोटोवोल्टिक पैनल और ग्रिड कनेक्शन की जरूरत पड़ती है।
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क्या ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी का इस्तेमाल होता है?
नहीं, ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी का इस्तेमाल नहीं होता है।
निष्कर्ष:
दोस्तों ऊपर दिए गए लेख में हमने आपको ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम क्या होता है इससे जुड़ी सारी जानकारी को विस्तार से बताया है। दोस्तों सोलर सिस्टम तीन प्रकार का होता है जिसका इस्तेमाल लोग करते हैं ऐसे में अगर आप भी सोलर सिस्टम को अपने घर में लगवाना चाहते हैं तो उनके बारे में जरूर पता होना चाहिए। ऐसे में इस लेख के द्वारा हम आपको On Grid Solar System in hindi के बारे में बताएं हैं। उम्मीद है कि यह लेख आप को पसंद आया होगा, इसे पढ़ने के लिए धन्यवाद।
दोस्तों में इस सोलर ब्लॉग का एडमिन हूँ, इस ब्लॉग पर में रोजाना सोलर पैनल, सोलर ऊर्जा, सोलर योजना और सोलर प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ।