सोलर एजेंसी रजिस्ट्रेशन: सोलर पैनल की बढ़ती डिमांड को ध्यान में रखते हुए, न केवल लोग अपने घरों में सोलर पैनल लगवाना चाहते हैं, बल्कि कई लोग सोलर डीलर बनकर पैसा कमाना भी चाहते हैं। यदि आप भी सोलर डीलर बनकर अपनी खुद की एजेंसी शुरू करना चाहते हैं, तो यह लेख खास आपके लिए है। क्योंकि इस लेख में आपको सोलर डीलर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी मिलने वाली है। आइए, इस लेख में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं सोलर डीलर बनने का प्रक्रिया।
यदि आप अपनी खुद की सोलर एजेंसी खोलकर सोलर डीलर बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि डीलर की क्या जिम्मेदारियां होती हैं और आपको किस कंपनी की डीलरशिप लेनी चाहिए।
सोलर डीलर क्या होता है?
सोलर डीलर एक ऐसा व्यापारी होता है, जो स्वयं सोलर पैनल्स के सभी उपकरण नहीं बनाता है। सोलर डीलर किसी कंपनी की फ्रेंचाइज़ी (franchise) खरीदता है, और कंपनी उससे फ्रेंचाइज़ी शुल्क (fee) लेती है। इसके बदले कंपनी उसे उचित दरों पर सभी सोलर उपकरण उपलब्ध कराती है। कंपनी यह भी तय करती है कि उन उपकरणों को किस कीमत पर बेचा जाएगा। जिस क्षेत्र (area) में फ्रेंचाइज़ी होती है, यदि उस क्षेत्र से किसी कस्टमर की मांग (requirement) आती है, तो कंपनी उस डीलर को कस्टमर की जानकारी (details) भी प्रदान करती है। यानी, कंपनी न केवल आपको सोलर उपकरण उपलब्ध कराती है, बल्कि आपको कस्टमर्स भी देती है।
किसे मिल सकती है सोलर डीलरशिप
सोलर डीलरशिप कोई भी ले सकता है, बस इसके लिए सबसे ज़रूरी है कि आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा, आपके पास रजिस्ट्रेशन के समय आवश्यक सभी दस्तावेज होने चाहिए। साथ ही, आपको अपनी खुद की दुकान (शॉप) भी लेनी होगी, जहां आप सारा सामान रख सकें। हालांकि, सोलर एजेंसी शुरू करने से पहले अधिकतर लोगों के मन में यही सवाल होता है कि इसके लिए कुल कितना खर्चा आएगा और किस कंपनी की डीलरशिप लेनी चाहिए।
सोलर एजेंसी शुरू करने के लिए कितने पैसे लगते है?
भारत में कई कंपनियां अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए फ्रेंचाइज़ी बिज़नेस मॉडल अपनाती हैं। इस मॉडल के तहत, कंपनी का नाम और कमाई दोनों बढ़ते हैं, और साथ ही आपको भी अच्छा-खासा पैसा कमाने का अवसर मिलता है। हालांकि, एजेंसी लेने के लिए डीलर्स को शुरुआत में कंपनी को फ्रेंचाइज़ी शुल्क (fee) देना होता है, जिसकी राशि पूरी तरह से कंपनी की नीतियों पर निर्भर करती है। वर्तमान में, मार्केट में 5 लाख से 15 लाख रुपये तक की फीस की चर्चा है। आपको यह शुल्क शुरुआत में ही देना होगा। इसके बाद, आप उस कंपनी के डीलर बन जाएंगे, और आपकी शॉप की पूरी ब्रांडिंग भी कंपनी के द्वारा की जाएगी।
कौनसी कंपनिया देती है सोलर डीलरशिप
वैसे तो भारत में काफी सारी लोकप्रिय कंपनियां है जो इस क्षेत्र में काफी नाम बना चुकी है, पर कुछ ऐसी कंपनियां है जिनकी डीलरशिप लेने का प्रोसेस सबसे आसान है, और लोगों को इन कंपनियों के सोलर पैनल्स पर काफी भरोसा है। तो सोलर डीलरशिप देने वाली यह कंपनियां कुछ इस तरह है।
- Loom Solar Pvt Ltd
- UTL Solar
- Websole Energy Limited
- Adani Solar
- TATA Power Solar
- Goldi Solar Pvt Ltd
- Waaree Energies Ltd
- Vikram Solar
- Jakson Solar
तो ये है भारत की सबसे लोकप्रिय कंपनियां जिनकी डीलरशिप ज्यादातर लोगों को पसंद आती है, इनके अलावा भी कुछ कंपनियां है, जिनका जिक्र हमने इस लेख में नहीं किया है।
सोलर एजेंसी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया (Solar Agency Registration Process)
किसी भी कंपनी की एजेंसी खरीदने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप उस कंपनी की वेबसाइट पर जाएं। वहां आपको “Become a Dealer” पेज देखने को मिल सकता है। इस पेज पर मांगी गई सभी जानकारी को भरें, और अगले दिन या कुछ ही दिनों में कंपनी की ओर से आपको कॉल प्राप्त होगा। यदि वेबसाइट पर “Become a Dealer” पेज उपलब्ध नहीं है, तो “Contact Us” पेज अवश्य होगा। आपको इस पेज पर अपनी सभी जानकारी भरनी है, और कुछ ही दिनों में कंपनी की ओर से आपको संपर्क किया जाएगा।
एक बार कंपनी से संपर्क हो जाने के बाद, वे आपसे कुछ दस्तावेजों (documents) की मांग करेंगे और फ्रेंचाइज़ी शुल्क (fee) का भुगतान करने को कहेंगे। इसके अलावा, आपको एक ऐसी जगह पर दुकान खोलने के लिए कहा जाएगा, जहां पहले से उसी कंपनी का कोई अन्य डीलर मौजूद न हो। साथ ही, आपका स्थान (location) ऐसा होना चाहिए, जिससे आपको अच्छा-खासा व्यापार मिल सके।
तो यही थी सोलर एजेंसी रजिस्ट्रेशन की पूरी जानकारी, उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आयी होगी।
दोस्तों में इस सोलर ब्लॉग का एडमिन हूँ, इस ब्लॉग पर में रोजाना सोलर पैनल, सोलर ऊर्जा, सोलर योजना और सोलर प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ।
बहुत अच्छी जानकारी हुआ