सोलर पैनल सिस्टम लगभग हर कोई लगवाना चाहता है, क्योकि सोलर पैनल सिस्टम से आप न सिर्फ आपके बिजली बिल को कम कर सकते हो, बल्कि पर्यावरण की भी मदत कर सकते हो, और सिर्फ इतना ही नहीं, आपको यह सोलर पैनल सिस्टम लगवाने पर भारी-भरक्कम सब्सिडी की राशि भी मिलती है। पर काफी सारे लोग गलत सोलर पैनल्स का चुनाव करत्ते है, जिसके कारण उनके हात से यह सब्सिडी का लाभ उठाने का मौका चला जाता है।
तो आइये इस लेख में हम और आगे बढ़ते है, और जानते वह ऐसे कौनसे सोलर पैनल्स है जिन्हे लगवाने से आपको बचना है,
मार्केट में आपको सोलर पैनल्स बनाने वाली सैकड़ों कंपनिया देखने मिलेगी जो सोलर पैनल्स बनाती है। और इन सभी कंपनियों का एक ही टारगेट होता है की किफायती दाम में सबसे बेहतरीन क्वालिटी के सोलर पैनल्स बनाये जाए। और आपको बाजार में दो तरह के सोलर पैनल्स देखने मिलेंगे, एक होते है DCR (Domestic Content Requirement) सोलर पैनल्स, वही दूसरे होते है Non-DCR. आपके सोलर पैनल्स खरीदने से पहिले इन दोनों तरह के सोलर पैनल्स के बारे में जरूर पता होना चाहिए, तो आइये सबसे पहिले तो इन दोनों तरह के सोलर पैनल्स के बारे में जानते है।
क्या होते है DCR सोलर पैनल्स?
DCR सोलर पैनल्स के नाम से पता लगाया जा सकता है की यह सोलर पैनल बनाने के लिए डोमेस्टिक (Domestic) मटेरियल का इस्तेमाल किया जाता होगा, यानी यह ऐसे सोलर पेनल्स होते है जीने बनाने के लिए जो भी सामग्री इस्तेमाल की जाती है, वह भारत में ही निर्मित होनी चाहिए, यानी की यह सोलर पैनल्स पूरी तरह से भारत में और भारतीय सामग्री से ही निर्मित होने चाहिए। भारत में ऐसी आपको सेकड़ो कंपनिया मिल जायेगी, जो DCR सोलर पैनल्स बनाती है। भारत में टॉप कंपनिया जो DCR सोलर पैनल्स बनाती है, उनके नाम कुछ इस तरह है “टाटा सोलर, अडानी सोलर, वारी, गोल्डी सोलर, विक्रम सोलर और इत्यादि।
क्या होते है Non-DCR सोलर पैनल्स?
वही अगर बात करे Non-DCR सोलर पैनल्स की तो आपको इसके नाम से ही पता लग गया होगा की यह सोलर पैनल्स क्या होते है। Non-DCR सोलर पैनल्स यानी भारत से बाहर की कमापनियों द्वारा भारत में इम्पोर्ट किये गए सोलर पेनल्स। इन सोलर पैनल्स को बनाने में जो भी सामग्री लगती है वह किसी अन्य देश से ली जाती है। यानी की यह सोलर पैनल्स भारत में निर्मित नहीं किये गए है।
किन सोलर पैनल्स का चुनाव करे?
आप यदि सोलर पैनल सिस्टम लगवाकर सब्सिडी प्राप्त करना चाहते है, तो आपको DCR सोलर पैनल्स ही लगवाने पड़ेंगे, सरकार द्वारा मात्र DCR सोलर पैनल्स पर ही सब्सिडी दी जाती है। आप अगर गलती से भी Non-DCR सोलर पैनल्स लगवाते हो तो आपको सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा। Non-DCR सोलर पैनल्स DCR सोलर पैनल्स की तुलना में काफी सस्ते होते है, जिसके कारण आपको यह सोलर सिस्टम थोड़ा साथ देखने मिल सकता है। पर यदि आप ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने की सोच रहे हो, तो आपको Non-DCR सोलर पैनल्स ही लगवाने चाहिए, क्योकि आपको सोलर सिस्टम भी थोड़ा सस्ता मिल जाएगा, और ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने पर वैसे भी सरकार द्वारा सब्सिडी की राशि मिलती नहीं है।

दोस्तों में इस सोलर ब्लॉग का एडमिन हूँ, इस ब्लॉग पर में रोजाना सोलर पैनल, सोलर ऊर्जा, सोलर योजना और सोलर प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी शेयर करता हूँ।